मैं यहां 7 नियम की जगह 21 नियम बताना चाहूंगा।
मुसाशी ने 21 नियम लिखे थे। और प्रत्येक नियम जीवन के एक अलग पहलू का वर्णन करते है।
1 . हर चीज को वैसे ही स्वीकार करें जैसी वो है।
- * कुछ चीज़ें कभी बदली नही जा सकती है और उन्हें वैसे ही स्वीकार कर लेना चाहिए जैसी वो है।
- * आप सच से या अपने अतीत/वर्तमान की परिस्थितियों से अनजान बनकर नही रह सकते।
2. सुख पाने के लिए सुख की तलाश मत करे।
- * भावुक होकर सुख/सुखी जीवन के बंधन में ना पड़े।
- * बुद्ध के पास सबकुछ था। वो राजा थे। और फिर भी संतुष्ट नही थे।
3. किसी भी परिस्थिति में कभी अधूरे जज़्बात पे निर्भर ना रहे।
- * जब आप कोई चीज़/ किसी बात को लेकर sure नही होते है, तो आपको सावधान रहने की ज़रूरत होती है और सोच समझकर अगला कदम लेना होता है।
- * अगर किसी काम को करते समय उसपर आपका 100% दृण निश्चय नही है तो एक कदम पीछे लेकर उसके बारे में फिर से सोचना चाहिए।
4. खुद के बारे में ज़्यादा नही और दुनिया को गहराई से समझो
- * आप अपने बारे में ज़्यादा नही सोचते है तो आगे बढ़ना आसान हो जाता हैं- अपने आपको बदलना आसान हो जाता है और ये चीज़ दूसरो से अलग करती है आपको।
5. अपनी इच्छाओं(desires) को अपने आप से अलग कर दे।
- * यदि आप अपनी इच्छाओं से दूर नहीं होते है तो आप अपना दृष्टिकोण खो देते है।
- * आपके गलती करने के chances बढ़ जाते है जब आप किसी desire से जुड़े रहते है।
6. अपने कर्म पर कभी भी अफसोस ना करे
- * Regret एक बेकार की भावना है। regret ज़हर के समान है।
- * अगर आपको किसी बात का पछ्तावा है तो उसे note कर ले और उससे कुछ सीखने की कोशिश करे। लेकिन पछतावे को कभी भी अपने साथ लेकर ना चले। पछतावा करने से आपका अतीत नही बदल सकता।
7. ईर्ष्या या जलन की भावना ना रखे
- * लोगो से जलने के बजाय उनसे प्रेरित होये।
- * ईर्ष्या करना समय की बर्बादी है।
8. किसी के अलग होने से या छोड़ जाने से उदास ना होये।
- * Attachment और प्यार में बहुत अंतर है।
- * लोग आते रहंगे और जाते रहेंगे। सब बदलता जाएगा। जो नही बदलेगा वो है सिर्फ परमात्मा।
9. दूसरो पे आरोप लगाना बन्द करे।
- * ये आपको धीरे करता है, और मन की शांति को कम करता है।
10.प्यार या हवस की भावना को अपने ऊपर हावी ना होने दे।
- * लोगो ने अपना सबकुछ गवा दिया: पैसा, रेपुटेशन, आज़ादी सिर्फ़ अपनी इच्छाओं और हवस पे कंट्रोल न करने की वजह से।
11. अपनी ज़िंदगी मे कोई preferences/priorities ना रखे।
- * आपकी खुली सोच आपको नए अलग अलग अनुभव दिलवा सकती है।
- * किसी एक बात या सोच से जुड़े रहना आपको एक छोटे तलाब की मछली की तरह बना देता है।
12. अच्छे स्वाद वाले भोजन के पीछे ना भागे।
- * मुआशी warrior थे। उनके लिए भोजन सिर्फ न्यूट्रिशन और एनर्जी पाने का माध्यम था।
13. आप जहां रहते है, उसके प्रति उदासीन रहे
- * यदि आप अंदर से खुश है, तो चाहे आप आलीशान बंगले में रहे या जंगल मे रहे आपके लिए कोई चीज़ मायने नही रखती।
- * आज के ईंटरनेट वाले समय मे, ये ज़रूरी नहीं है कि आपको हर समय किसी विशेष स्थान पर विशेष समय पे होना ज़रूरी नही है, आप अपना बिज़नेस कही से भी चला सकते है अगर आपके पास ईंटरनेट कन्सेक्शन है।
14. जिस सम्पति की आपको ज़रूरत नही है उसे अपने पास ना रखे।
- * मुसाशी रमता जोगी थे। उनका कहना था आप जितना अपने साथ चीज़े लेकर चलेंगे रास्ते मे आगे बढ़ने में उतनी कठिनाई होगी।
15. भीड़ के पीछे ना भागे।
- * अपने बारे में सोचे
- * यदि कोई काम हर कोई कर रहा है तो इसका ये मतलन नही है कि वो आपको भी करना चाहिए/या वो काम करना एक अच्छा विचार हो सकता है क्योंकि सब कर रहे है।
- * यदि कोई ऐसा काम जो कभी कोई नहीं किया इसका ये भी मतलब नही है कि आपके लिए वो काम करना एक बुरा विचार हो सकता है।
16. अपने पास हथियार ना रखे, उसका अभ्यास तभी करे जब बहुत ज़्यादा ज़रूरी हो।
17. मृत्यु/ मौत से ना डरे।
- * मृत्यु का डर योद्धा को कमज़ोर बनाती है।
18. अपने बुढ़ापे(old age) के लिए चीज़ों को ना जमा करे।
- * मुसाशी बिना मास्टर के एक समुराई थे। अपने आने वाले समय के लिए कोई भी साधन(resources) ना बनाना आज के समय के लिए एक गलत सलाह हो सकती है।
- * अपने वृद्धा अवस्था के लिए पैसे ज़रुर save करे। आप कोई तपस्वी नही है जो आप भोजन और आदि चीज़ों के लिए दूसरो के आसरे रह सके।
19. बुध्द और अपने भगवान का सम्मान करें, उनसे बिना किसी मदद की उम्मीद किये।
- * भगवान उनकी मदद करते है जो खुद की मदद करते है।
- * कभी भी किस्मत के भरोसे ना रहे। जो लोग किस्मत के भरोसे रहते है वो हमेशा असफल होते है क्योंकि उनके पास कोई plan नही होता है।
20. आप अपने स्वयं के शरीर को त्याग सकते हैं, लेकिन आपको अपने सम्मान की रक्षा करनी आनी चाहिए।
- * Japanese अपनी जान से ज़्यादा अपने सम्मान को value देते है।
21. अपने रास्ते से कभी भटके नहीं।*
जब आप वास्तव में किसी चीज पर विश्वास करते हैं तो उस काम को ज़रूर करे।
- * आप जितना सोच रहे, उससे कम समय है आपके पास। आपकी उम्र बढ़ने के साथ साथ आप कमज़ोर होते जाएंगे।—आपको दूसरा मौका फिर से नही मिलेगा।
- Note: ये 21 नियम मुसाशी के द्वारा 1645 में लिखी गये है, मेरे हिसाब से इन नियमो को अपना के हम एक बेहतर ज़िन्दगी जी सकते है।